पणजी: गोवा के एक नाइट क्लब में हुए भीषण अग्निकांड, जिसमें 25 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी, के मुख्य आरोपी गौरव लूथरा और सौरभ लूथरा को लंबी कानूनी प्रक्रिया और कई राजनयिक प्रयासों के बाद आखिरकार भारत वापस लाया गया है। दोनों आरोपी हादसे के तुरंत बाद थाईलैंड भाग गए थे। मंगलवार, 17 दिसंबर की अलसुबह दोनों 'लूथरा ब्रदर्स' को एक विशेष उड़ान से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (IGI) एयरपोर्ट लाया गया, जहां से उन्हें आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए गोवा ले जाया गया। कोर्ट ने दोनों आरोपियों को गहन पूछताछ के लिए दो दिन की रिमांड पर गोवा पुलिस को सौंप दिया है। यह कदम गोवा पुलिस के लिए इस हाई-प्रोफाइल मामले की जांच में निर्णायक साबित हो सकता है।
क्या हुआ था 'बिर्च बाय रोमियो लेन' क्लब में?
यह दिल दहला देने वाला हादसा गत 6 दिसंबर को गोवा स्थित प्रसिद्ध नाइटक्लब 'बिर्च बाय रोमियो लेन' में हुआ था। रात के समय क्लब में लगी भीषण आग इतनी तेजी से फैली कि अंदर मौजूद लोगों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला। इस अग्निकांड में 25 बेकसूर लोगों की मौत हो गई थी। जांच में सामने आया कि नाइट क्लब के पास जरूरी सुरक्षा मानक (Safety Standards) मौजूद नहीं थे। आरोप है कि क्लब में आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे और आपातकालीन निकास (Emergency Exits) भी मानकों के अनुरूप नहीं थे, जिसके कारण लोग आग की चपेट में आ गए।
भागने के बाद गिरफ्तारी
भीषण हादसे और 25 लोगों की मौत के तुरंत बाद ही क्लब के दोनों मालिक गौरव लूथरा और सौरभ लूथरा देश छोड़कर भाग गए। उनके थाईलैंड भाग जाने से पुलिस और जांच एजेंसियों का शक गहरा गया। भारतीय एजेंसियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया और थाईलैंड की अथॉरिटीज से संपर्क साधा। आखिरकार, भारतीय एजेंसियों के सहयोग से थाईलैंड की पुलिस ने दोनों भाइयों को 11 दिसंबर को थाईलैंड के फुकेट शहर में गिरफ्तार कर लिया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद, भारत सरकार ने प्रत्यर्पण (Extradition) की प्रक्रिया शुरू की, जो मंगलवार को सफल रही।
जांच में तेजी की उम्मीद
लूथरा ब्रदर्स की भारत वापसी इस पूरे मामले में एक बड़ा मोड़ है। गोवा पुलिस अब उनसे इस बात की पूछताछ करेगी कि हादसे के वक्त सुरक्षा मानकों को क्यों नजरअंदाज किया गया था, और क्या उन्होंने हादसे से पहले किसी तरह की लापरवाही बरती थी। साथ ही, आग लगने के कारणों और घटना के बाद उनके देश छोड़कर भागने के इरादे को भी जांच के दायरे में रखा जाएगा। इस मामले में हुई 25 मौतों के कारण गोवा और पूरे देश में क्लब मालिकों द्वारा सुरक्षा नियमों के घोर उल्लंघन को लेकर बड़ा गुस्सा और बहस छिड़ गई थी। गोवा पुलिस और कानूनी एजेंसियां अब पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए तेजी से जांच को आगे बढ़ाएंगी।