पहलगाम आतंकी घटना के बाद देशभर में गहरी नाराजगी और आक्रोश का माहौल है। 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देशवासियों को हिलाकर रख दिया। इस हमले में भारतीय पर्यटकों को निशाना बनाया गया था, और इसके बाद से पाकिस्तान के खिलाफ भारत सरकार का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तान द्वारा कथित रूप से आतंकवादियों को समर्थन देने के आरोपों के बाद भारत सरकार ने 27 अप्रैल 2025 से सभी पाकिस्तानी वीजा को रद्द कर दिया। इस फैसले के बाद से पाकिस्तान के नागरिकों को भारत से बाहर जाने के आदेश दिए गए हैं, और विभिन्न राज्यों की पुलिस उन्हें ढूंढकर वापस भेजने में लगी हुई है।
इस बीच, 29 अप्रैल तक मेडिकल वीजा को वैध रखा गया था, जिससे कुछ पाकिस्तानी नागरिक मेडिकल कारणों से भारत में रह पाए। हालांकि, भारत सरकार के इस सख्त कदम के बाद, सैकड़ों पाकिस्तानी नागरिकों को भारत से वापस पाकिस्तान भेजा जा चुका है। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के इस माहौल में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद कई लोग यह दावा करने लगे कि मोदी सरकार के आदेश के बाद पाकिस्तानियों की एक बड़ी संख्या भारत से भाग रही है। लेकिन इंडिया टीवी के फैक्ट चेक ने इस दावे को भ्रामक साबित किया।
क्या किया गया दावा?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया, जिसमें दावा किया गया कि मोदी सरकार के आदेश के बाद भारत से पाकिस्तानी लोग भाग रहे हैं। इस वीडियो में दिखाए गए लोगों को पाकिस्तानियों के रूप में पहचाना गया, और यह आरोप लगाया गया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी मुस्लिम लोग भारत से भाग रहे हैं। इसके साथ ही एक कैप्शन भी डाला गया था, जिसमें यह कहा गया था कि "मोदी सरकार के आदेश पर पाकिस्तानियों का पलायन"।
क्या मिला पड़ताल में?
इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ने इस वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए जांच शुरू की। जब टीम ने वीडियो का स्क्रीनग्रैब लिया और उसे गूगल लेंस पर सर्च किया, तो पता चला कि यह वीडियो पुरानी है और यह पाकिस्तानी नागरिकों का नहीं है। दरअसल, यह वीडियो मुंबई के खारघर इज्तिमा का है, जो 2025 फरवरी में आयोजित हुआ था। वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें फेसबुक पर फरवरी 2025 का एक पोस्ट मिला, जिसमें साफ लिखा था कि यह वीडियो फरवरी 2025 के 3 तारीख का है और यह लोग मुंबई के खारघर इज्तिमा से लौट रहे थे, जो 2 फरवरी की रात को संपन्न हुआ था। इसके अलावा, इस वीडियो से संबंधित एक और वीडियो हमें यूट्यूब पर भी मिला, जिससे यह साबित हुआ कि यह वीडियो पाकिस्तानियों के पलायन से संबंधित नहीं था, बल्कि एक धार्मिक आयोजन से जुड़ा था।
सोशल मीडिया पर फैले भ्रामक दावे
यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और लोगों ने इसे मोदी सरकार के आदेश से जोड़कर फैला दिया। इसके बाद कई लोगों ने इसे पाकिस्तानियों के भारत छोड़ने की तस्वीर के रूप में पेश किया। हालांकि, इंडिया टीवी के फैक्ट चेक के बाद यह साबित हुआ कि यह वीडियो एक धार्मिक आयोजन से जुड़ा था और इसका पहलगाम आतंकी हमले से कोई संबंध नहीं था।
यह मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियोज और संदेशों की सच्चाई को जांचे बिना साझा करना कितना खतरनाक हो सकता है। ऐसे भ्रामक दावों से न सिर्फ देश की सामाजिक सद्भावना को खतरा होता है, बल्कि यह राजनीतिक माहौल को भी प्रभावित कर सकता है।
निष्कर्ष
पहलगाम आतंकी घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव बढ़ा है, और भारत सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। हालांकि, सोशल मीडिया पर ऐसे कई दावे किए जा रहे हैं, जो तथ्यों से मेल नहीं खाते। इंडिया टीवी के फैक्ट चेक ने पाकिस्तानी नागरिकों के पलायन के वीडियो को भ्रामक बताया और यह साबित किया कि वह वीडियो मुंबई के खारघर इज्तिमा से जुड़ा था। इसलिए, हमें सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों और भ्रामक खबरों पर विश्वास करने से पहले सच्चाई की जांच करनी चाहिए।