मुंबई, 06 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बुधवार को देश की ऊपरी नौकरशाही पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा कि पाकिस्तान के आधे से अधिक उच्च पदस्थ अधिकारी पुर्तगाल में संपत्ति खरीद चुके हैं और अब वहां की नागरिकता लेने की तैयारी कर रहे हैं। आसिफ ने आरोप लगाया कि ये सभी ताकतवर नौकरशाह अरबों की हेराफेरी कर रहे हैं और बाद में चैन की रिटायरमेंट की ज़िंदगी बिता रहे हैं। उन्होंने कहा कि अफसरशाही देश की ज़मीन को गंदा कर रही है और पूरी व्यवस्था को भीतर से खोखला कर रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि पाकिस्तानी पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार के करीबी एक सीनियर अफसर को उसकी बेटी की शादी में चार अरब पाकिस्तानी रुपए की सलामी (गिफ्ट) मिली थी।
इस मामले में सवाल यह उठ रहा है कि आखिर पाकिस्तानी अफसर पुर्तगाल को ही क्यों चुन रहे हैं। दरअसल, फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स यानी FATF पुर्तगाल को कम जोखिम वाला देश मानता है। वहीं ब्रिटेन और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों पर ज्यादा निगरानी रहती है, इसलिए पाकिस्तानी अफसर पुर्तगाल को मनी लॉन्ड्रिंग के लिए ज्यादा सुरक्षित विकल्प मानते हैं। पुर्तगाल के गोल्डन वीजा प्रोग्राम के तहत जो लोग वहां निवेश करते हैं उन्हें जल्दी नागरिकता मिल जाती है, जिससे अफसरों के लिए देश से निकलना और वहां बसना आसान हो जाता है। पाकिस्तानी नौकरशाह भ्रष्टाचार से जो धन इकट्ठा करते हैं उसे कानूनी रूप देने के लिए पुर्तगाल में संपत्ति खरीदते हैं। यह पैसा गल्फ और यूरोप के बीच बने लॉन्ड्रिंग कॉरिडोर के जरिए हवाला नेटवर्क के माध्यम से पुर्तगाल पहुंचाया जाता है। पाकिस्तान लंबे समय से भ्रष्टाचार की गंभीर समस्या से जूझता रहा है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 के करप्शन परसेप्शन इंडेक्स में पाकिस्तान 180 देशों में 135वें स्थान पर है। साल 2023 में पाकिस्तान का स्कोर 29 था जो घटकर 2024 में 27 हो गया है। इस रिपोर्ट में भारत 96वें, श्रीलंका 121वें, बांग्लादेश 151वें और चीन 76वें स्थान पर हैं।