मुंबई, 9 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) एलन मस्क के स्वामित्व वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व में ट्विटर) को यूरोपीय संघ (EU) ने डिजिटल सेवा अधिनियम (DSA) के तहत पारदर्शिता नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में 120 मिलियन यूरो (लगभग $140 मिलियन) का भारी जुर्माना लगाया है। यह पहली बार है जब EU ने DSA के तहत किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इतना बड़ा जुर्माना लगाया है।
जुर्माने के मुख्य कारण:
EU नियामकों ने दो साल की जाँच के बाद पाया कि 'X' ने मुख्य रूप से तीन नियमों का उल्लंघन किया है:
- 'ब्लू टिक' सत्यापन में धोखा: EU ने कहा कि 'X' ने उपयोगकर्ताओं को पैसे लेकर ब्लू टिक देने की अनुमति दी, लेकिन खातों का "सार्थक सत्यापन" नहीं किया। इस भ्रामक डिज़ाइन ने उपयोगकर्ताओं को घोटालों, प्रतिरूपण (impersonation) और दुर्भावनापूर्ण हेरफेर के खतरों के सामने ला दिया।
- विज्ञापन पारदर्शिता की कमी: प्लेटफॉर्म अपने विज्ञापन रिपॉजिटरी के संबंध में आवश्यक पारदर्शिता प्रदान करने में विफल रहा।
- शोधकर्ताओं की पहुंच में बाधा: 'X' सार्वजनिक डेटा तक शोधकर्ताओं की पहुंच सुनिश्चित नहीं कर पाया।
मस्क और अमेरिका का कड़ा विरोध:
इस जुर्माने के बाद एलन मस्क और यूरोपीय संघ के बीच गतिरोध और बढ़ गया है।
- 'X' की कार्रवाई: जुर्माने की घोषणा के कुछ ही दिनों बाद 'X' ने यूरोपीय आयोग का विज्ञापन खाता बंद कर दिया।
- मस्क का बयान: एलन मस्क ने कड़ा विरोध करते हुए एक पोस्ट में यहाँ तक कह दिया कि "EU को समाप्त कर दिया जाना चाहिए।"
- अमेरिकी नेताओं का समर्थन: अमेरिका के कई नेताओं ने EU के फैसले की आलोचना की। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और मार्को रुबियो जैसे नेताओं ने यूरोपीय संघ पर अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियों को निशाना बनाने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला करने का आरोप लगाया।
बड़ा संदर्भ: अभिव्यक्ति की आज़ादी की जंग
यह जुर्माना मस्क के प्लेटफॉर्म और दुनिया भर के नियामकों के बीच सामग्री मॉडरेशन, दुष्प्रचार और ऑनलाइन जवाबदेही को लेकर चल रहे लंबे 'संघर्ष' को दर्शाता है। यूरोपीय अधिकारी हालांकि इस बात पर जोर देते हैं कि DSA नियम लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर आधारित हैं और इनका उद्देश्य किसी विशेष कंपनी को निशाना बनाना नहीं है, बल्कि यूरोपीय नागरिकों को ऑनलाइन नुकसान से बचाना है।
'X' को अपनी "भ्रामक" ब्लू टिक प्रथाओं को ठीक करने के लिए 60 दिन का समय दिया गया है, जबकि अन्य उल्लंघनों पर कार्य योजना प्रस्तुत करने के लिए 90 दिन का समय मिला है। इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि यूरोपीय संघ डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है, भले ही इसके परिणामस्वरूप दुनिया के सबसे प्रभावशाली अरबपतियों में से एक के साथ सीधा टकराव क्यों न हो।