आईपीएल 2025 अब अपने अंतिम चरण में है और राजस्थान रॉयल्स का सफर इस सीजन खत्म हो चुका है। टीम ने अपना आखिरी लीग मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के खिलाफ खेला, जिसमें 6 विकेट से जीत हासिल कर टूर्नामेंट से विदाई ली। हालांकि जीत के साथ अंत करना संतोषजनक रहा, लेकिन पूरे सीजन का प्रदर्शन देखें तो यह राजस्थान रॉयल्स के लिए किसी दु:स्वप्न से कम नहीं रहा।
इस सीजन न सिर्फ टीम की रणनीतियाँ विफल रहीं, बल्कि कुछ खिलाड़ियों के नाम टी20 इतिहास के शर्मनाक रिकॉर्ड भी जुड़ गए। वहीं दूसरी ओर, एक युवा खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी ने पूरे टूर्नामेंट में अपनी प्रतिभा से क्रिकेट जगत को चौंका दिया।
❖ फजलहक फारूकी का शर्मनाक रिकॉर्ड
राजस्थान रॉयल्स ने इस बार अफगानिस्तान के तेज गेंदबाज फजलहक फारूकी को टीम में शामिल किया। लेकिन उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। उन्हें 5 मैचों में मौका मिला, लेकिन उन्होंने एक भी विकेट नहीं लिया।
इस दौरान फारूकी ने 210 रन खर्च किए, और विकेट का खाता तक नहीं खोल सके। इससे वे टी20 इतिहास के उस शर्मनाक रिकॉर्ड में शामिल हो गए, जहां किसी गेंदबाज ने बिना विकेट लिए सबसे ज्यादा रन लुटाए हैं।
इससे पहले यह रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के जेरोम टेलर के नाम था, जिन्होंने CPL 2019 में 193 रन दिए थे बिना कोई विकेट चटकाए। अब फारूकी ने उन्हें पीछे छोड़कर यह अवांछनीय उपलब्धि अपने नाम कर ली है।
राजस्थान की गेंदबाजी इस पूरे सीजन बिखरी हुई नजर आई और फारूकी का प्रदर्शन उसी की एक मिसाल रहा।
❖ राजस्थान रॉयल्स का निराशाजनक सफर
राजस्थान रॉयल्स के लिए आईपीएल 2025 बेहद खराब रहा। कप्तान संजू सैमसन के नेतृत्व में टीम ने 14 मैचों में से सिर्फ 4 मुकाबले ही जीते, जबकि 10 मैचों में हार का सामना करना पड़ा। इस प्रदर्शन के चलते टीम पॉइंट्स टेबल में निचले स्थानों पर रही और प्लेऑफ की रेस से काफी पहले बाहर हो गई।
टीम के बल्लेबाजी क्रम में अस्थिरता, गेंदबाजी में धार की कमी और लगातार गलत टीम संयोजन ने RR को नुकसान पहुंचाया। कुछ सीनियर खिलाड़ियों की फॉर्म भी चिंता का विषय रही।
हालांकि, CSK के खिलाफ आखिरी मुकाबले में टीम ने जीत हासिल की। इस मैच में CSK ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 188 रन बनाए थे, जिसके जवाब में राजस्थान ने 17.1 ओवर में 4 विकेट पर लक्ष्य हासिल कर लिया।
❖ वैभव सूर्यवंशी: एक नई रोशनी
जहां एक ओर टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, वहीं दूसरी ओर 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी इस अंधेरे में एक उम्मीद की किरण बनकर उभरे।
वैभव को इस सीजन 7 मुकाबलों में खेलने का मौका मिला, और उन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से सबको प्रभावित किया। उन्होंने 252 रन बनाए जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल रहा।
उनका स्ट्राइक रेट 206.55 रहा, जो किसी युवा खिलाड़ी के लिए असाधारण है। वैभव अब आईपीएल इतिहास में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन चुके हैं, और उनकी यह उपलब्धि भविष्य के लिए राजस्थान रॉयल्स के लिए बहुत बड़ी उम्मीद बन चुकी है।
❖ टीम मैनेजमेंट पर उठे सवाल
राजस्थान रॉयल्स के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टीम के मैनेजमेंट और चयन नीति पर सवाल उठने लगे हैं।
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अनुभव और युवा खिलाड़ियों के बीच सही संतुलन नहीं बन पाया।
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गेंदबाजों का प्रदर्शन, खासकर डेथ ओवरों में, बहुत कमजोर रहा।
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नियमित बदलावों के कारण टीम संयोजन कभी स्थिर नहीं रहा।
कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि राजस्थान को अब नई रणनीति और सशक्त सपोर्ट स्टाफ की जरूरत है जो युवा खिलाड़ियों के साथ-साथ सीनियर प्लेयर्स को बेहतर गाइड कर सके।
❖ क्या सीखे राजस्थान रॉयल्स ने?
राजस्थान रॉयल्स को इस सीजन से कई सीख मिली है:
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अनुभवी खिलाड़ियों की फॉर्म पर बहुत अधिक निर्भरता खतरनाक हो सकती है।
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युवा टैलेंट जैसे वैभव सूर्यवंशी को शुरू से मौका देकर टीम में नई जान डाली जा सकती है।
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गेंदबाजी में सुधार के लिए नई योजनाएं और विशेषज्ञ कोचिंग की जरूरत है।
❖ निष्कर्ष
आईपीएल 2025 राजस्थान रॉयल्स के लिए निराशा और उम्मीद का मिला-जुला अनुभव रहा। एक ओर टीम खराब प्रदर्शन और शर्मनाक रिकॉर्ड का सामना कर रही है, वहीं दूसरी ओर वैभव सूर्यवंशी जैसे युवा सितारे ने टीम के भविष्य को उज्ज्वल करने का संकेत दिया है।
अब देखना यह है कि क्या टीम मैनेजमेंट इस सीजन से सबक लेकर अगले सीजन में बेहतर वापसी की तैयारी करता है या फिर एक बार फिर रणनीति की भूलों में उलझकर रह जाएगा। लेकिन एक बात तय है — राजस्थान रॉयल्स को नए सिरे से सोचने की जरूरत है, वरना फैंस का भरोसा जीतना और ट्रॉफी तक पहुंचना केवल सपना ही रह जाएगा।