भारत और इंग्लैंड के बीच बहुप्रतीक्षित 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज़ 20 जून 2025 से होने जा रहा है। यह सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के लिहाज से काफी अहम मानी जा रही है। इस बार टीम इंडिया की कमान युवा बल्लेबाज शुभमन गिल के हाथों में होगी। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ी फिलहाल टीम में मौजूद नहीं हैं, जिससे यह सीरीज भारत के लिए नए युग की शुरुआत भी साबित हो सकती है।
भारत के लिए यह एक बड़ा मौका है, जब युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ खुद को साबित करने का मौका मिलेगा। आइए जानें पहले टेस्ट में टीम इंडिया की संभावित प्लेइंग इलेवन कैसी हो सकती है और किन खिलाड़ियों पर रहेंगी सभी की निगाहें।
संभावित प्लेइंग इलेवन
1. यशस्वी जायसवाल (सलामी बल्लेबाज)
युवा यशस्वी जायसवाल ने पिछले कुछ महीनों में अपनी शानदार तकनीक और आक्रामक शैली से सबका ध्यान खींचा है। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज इंग्लैंड के खिलाफ नई गेंद को झेलने की काबिलियत रखता है और टीम को तेज़ शुरुआत दिला सकता है।
2. केएल राहुल (सलामी बल्लेबाज)
अनुभवी केएल राहुल को इस बार ओपनिंग स्लॉट में मौका मिल सकता है। वह हाल ही में चोट से उबरकर लौटे हैं और उनके अनुभव का टीम को फायदा मिल सकता है, खासकर इंग्लैंड के स्विंग गेंदबाजों के सामने।
3. करुण नायर (मिडिल ऑर्डर)
लंबे समय बाद टेस्ट टीम में वापसी कर रहे करुण नायर के पास खुद को साबित करने का यह सुनहरा मौका होगा। उन्होंने ट्रिपल सेंचुरी बनाकर पहले भी टेस्ट में अपनी काबिलियत दिखा चुके हैं।
4. शुभमन गिल (कप्तान और बल्लेबाज)
शुभमन गिल इस बार कप्तान के तौर पर नई जिम्मेदारी संभालेंगे। वह मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करेंगे और टीम की रीढ़ साबित हो सकते हैं। उनका संयम और स्टाइलिश बैटिंग इस सीरीज की खासियत होगी।
5. ऋषभ पंत (विकेटकीपर-बल्लेबाज)
लंबे ब्रेक के बाद वापसी कर रहे ऋषभ पंत के लिए यह सीरीज बेहद अहम है। उनकी आक्रामक शैली इंग्लैंड के गेंदबाजों को बैकफुट पर डाल सकती है। साथ ही, विकेट के पीछे उनका अनुभव भी फायदेमंद होगा।
6. नितीश कुमार रेड्डी (ऑलराउंडर)
युवा नितीश कुमार रेड्डी को इस बार टेस्ट डेब्यू का मौका मिल सकता है। वह मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर मध्यम गति की गेंदबाजी भी कर सकते हैं।
7. रवींद्र जडेजा (ऑलराउंडर)
जडेजा हमेशा टीम के लिए गेम-चेंजर साबित हुए हैं। वह ना केवल निचले क्रम में रन जोड़ते हैं, बल्कि अपनी बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी से भी इंग्लैंड के बल्लेबाजों को चुनौती दे सकते हैं।
गेंदबाजी विभाग
8. जसप्रीत बुमराह (तेज गेंदबाज)
टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इस बार भी आक्रमण की अगुवाई करेंगे। उनकी यॉर्कर, बाउंसर और स्लोअर गेंदें टेस्ट मैचों में बेहद प्रभावी साबित होती हैं।
9. मोहम्मद सिराज (तेज गेंदबाज)
सिराज की आक्रामकता और लगातार विकेट लेने की क्षमता उन्हें एक अहम गेंदबाज बनाती है। वह नई और पुरानी दोनों गेंद से खतरनाक साबित होते हैं।
10. अर्शदीप सिंह (लेफ्ट आर्म तेज गेंदबाज)
अर्शदीप सिंह को उनकी स्विंग गेंदबाजी के लिए जाना जाता है। इंग्लैंड के खिलाफ उनकी लेफ्ट आर्म एंगल और नई गेंद से पेस अटैक को और विविधता देगी।
11. शार्दुल ठाकुर (ऑलराउंड तेज गेंदबाज)
शार्दुल ठाकुर टेस्ट क्रिकेट में कई बार ‘गोल्डन आर्म’ साबित हुए हैं। वह बल्लेबाजी में भी उपयोगी रन बना सकते हैं और गेंदबाजी में जरूरी समय पर विकेट निकालते हैं।
कुल मिलाकर टीम का संतुलन
टीम में बल्लेबाजी, गेंदबाजी और ऑलराउंडर का अच्छा संतुलन है। युवा खिलाड़ियों को मौका मिलना एक सकारात्मक संकेत है। इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ यह स्क्वॉड चुनौतीपूर्ण जरूर होगा, लेकिन शुभमन गिल की आक्रामक सोच और जुझारू नेतृत्व टीम इंडिया के लिए बड़ा बदलाव ला सकता है।
क्या कहता है शेड्यूल?
निष्कर्ष
भारत और इंग्लैंड के बीच यह टेस्ट सीरीज न केवल प्रतिष्ठा की लड़ाई है, बल्कि युवा भारतीय खिलाड़ियों के लिए खुद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने का सुनहरा मौका भी है। शुभमन गिल की अगुवाई में टीम इंडिया एक नई शुरुआत करने जा रही है, और फैंस को भी उम्मीद है कि ये खिलाड़ी देश का मान बढ़ाएंगे।