मुंबई, 11 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) मशहूर अभिनेत्री कुनिक्का सदानंद ने हाल ही में 'बिग बॉस 19' के एक एपिसोड में अपने जीवन से जुड़ा एक गहरा और 27 साल पुराना राज खोला है। उन्होंने बताया कि वह एक शादीशुदा व्यक्ति के साथ 'लिव-इन' रिलेशनशिप में थीं, जिसने अपनी पत्नी से अलगाव कर लिया था। यह रहस्य इतने सालों तक उनकी जिंदगी का हिस्सा रहा, जिसने उन्हें मानसिक रूप से प्रभावित किया।
रिश्तों की जटिलता और बेवफाई का दर्द
कुनिक्का ने बताया कि उनका यह रिश्ता तब खत्म हो गया जब उनके पार्टनर ने किसी दूसरी महिला के साथ बेवफाई की। जब उन्होंने इस बेवफाई को स्वीकार किया, तो कुनिक्का ने उनसे अलग होने का फैसला किया। यह घटना एक बार फिर से इस बात को सामने लाती है कि रिश्ते में विश्वास और ईमानदारी कितनी महत्वपूर्ण है, खासकर जब वे समाज के पारंपरिक ढांचे से बाहर हों।
मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण: राज़ का बोझ और ईमानदारी की ताकत
इस खुलासे पर मनोवैज्ञानिक नेहा कडबम ने भी अपनी राय दी है। उन्होंने समझाया कि इतने लंबे समय तक किसी राज को छिपाने का बोझ व्यक्ति के मन पर बहुत गहरा असर डालता है। यह चिंता, अपराधबोध और लगातार सतर्क रहने की स्थिति को जन्म दे सकता है। नेहा कहती हैं कि यह गोपनीयता आत्म-सम्मान को कम कर सकती है और व्यक्ति को रिश्ते में पूरी तरह से खुद को व्यक्त करने से रोकती है।
जब कोई व्यक्ति आखिरकार अपनी सच्चाई को सामने लाता है, तो यह एक कैथार्टिक अनुभव होता है, जो उसे भावनात्मक स्वतंत्रता और प्रामाणिकता लौटाता है। नेहा ने उन लोगों के लिए भी सलाह दी जो बेवफाई के दर्द से गुजर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में अपनी भावनाओं को स्वीकार करना, किसी पेशेवर की मदद लेना और खुद पर ध्यान केंद्रित करना बहुत जरूरी है। आत्म-करुणा और अपनी पहचान को फिर से हासिल करने पर ध्यान देने से इस दर्द से उबरने में मदद मिल सकती है।
कुनिक्का सदानंद का यह खुलासा न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन का एक अंश है, बल्कि यह उन सभी लोगों के लिए एक सबक है जो रिश्तों की जटिलता और बेवफाई के दर्द से जूझ रहे हैं। यह कहानी बताती है कि दर्दनाक सच्चाई को स्वीकार करने और ईमानदारी के साथ उसका सामना करने से ही हीलिंग की प्रक्रिया शुरू होती है।