मुंबई, 11 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) क्या आपने कभी ऐसे कस्बे के बारे में सुना है जहां आप कुछ ही मिनटों में एक देश से दूसरे देश में 30 से ज़्यादा बार जा सकते हैं? यह कोई कल्पना नहीं, बल्कि नीदरलैंड्स और बेल्जियम की सीमा पर बसे एक अनोखे कस्बे, बाल-ए (Baarle), की हकीकत है। यह कस्बा दुनिया की सबसे जटिल और दिलचस्प अंतरराष्ट्रीय सीमाओं में से एक है, जहां एक देश की जमीन दूसरे देश के अंदर कई हिस्सों में बंटी हुई है।
मध्ययुगीन समझौतों की विरासत
बाल-ए की यह अजीबोगरीब सीमा सैकड़ों साल पुराने मध्ययुगीन भूमि समझौतों का नतीजा है। स्थानीय ड्यूक और लॉर्ड्स के बीच हुए इन सौदों को आधुनिक सीमाओं के निर्धारण के समय भी बरकरार रखा गया। इसी कारण, नीदरलैंड्स के अंदर बेल्जियम के 22 छोटे-छोटे भू-भाग (enclaves) हैं, और तो और, इनमें से कुछ बेल्जियम के हिस्सों के अंदर नीदरलैंड्स के भी छोटे-छोटे हिस्से मौजूद हैं।
5 किलोमीटर में 30 से ज़्यादा बार पार होती है सरहद
इस कस्बे में, 5 किलोमीटर से भी कम दूरी में आप 30 से ज़्यादा बार एक देश से दूसरे देश में जा सकते हैं। इस अनोखी सीमा को सड़क पर बने सफेद क्रॉस के निशानों से पहचाना जाता है। स्थानीय लोग इस अजीबोगरीब भूगोल के साथ जीना सीख गए हैं। यहां कई घर ऐसे हैं जो बिल्कुल सरहद पर बने हैं, जिसका मतलब है कि उनका आधा हिस्सा एक देश में और दूसरा आधा दूसरे देश में है।
एक मजेदार नियम के अनुसार, किसी घर की राष्ट्रीयता उसके मुख्य दरवाजे से तय होती है। अगर कोई घर दो देशों की सीमा पर है, तो मालिक अपना दरवाजा दूसरे देश की तरफ खिसकाकर अपने घर की राष्ट्रीयता बदल सकता है।
शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का अद्भुत उदाहरण
यह कस्बा शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का एक बेहतरीन उदाहरण है। दोनों देशों के नागरिक एक ही जगह रहते हैं और मिलकर काम करते हैं। यहाँ तक कि वे पुस्तकालयों और सांस्कृतिक केंद्रों जैसी सेवाओं को भी साझा करते हैं। इस अद्भुत व्यवस्था के कारण ही बाल-ए को "यूरोप इन मिनिएचर" यानी 'छोटे रूप में यूरोप' का उपनाम दिया गया है। यह कहानी हमें सिखाती है कि कैसे लोग जटिलताओं के बीच भी आपसी समझ और सहयोग से एक साथ रह सकते हैं।