मुंबई में चल रहे प्रतिष्ठित WAVES 2025 समिट के दौरान, ‘रामायण’ के निर्माता और प्राइम फोकस ग्रुप के CEO नमित मल्होत्रा ने एक क्रांतिकारी तकनीक की घोषणा की है, जिससे भारतीय पौराणिक कथा अब पूरी दुनिया में नई पहचान बना सकती है।
नमित मल्होत्रा ने बताया कि उनकी बहुप्रतीक्षित फिल्म रामायण अब AI आधारित लिप-सिंक तकनीक का इस्तेमाल करेगी, जिससे फिल्म को अंग्रेज़ी, फ्रेंच, स्पेनिश और जापानी जैसी भाषाओं में इस तरह बदला जाएगा कि संवाद बोलते समय कलाकारों के होंठ बिलकुल उन्हीं भाषाओं के अनुसार हिलते दिखेंगे — और इस तरह डबिंग या सबटाइटल्स की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी।
यह घोषणा फिल्म समीक्षक मयंक शेखर द्वारा संचालित एक खास पैनल चर्चा के दौरान हुई, जिसमें आमिर खान, निर्माता रितेश सिधवानी और दिनेश विजान, पीवीआर सिनेमाज के अजय बिजली और हॉलीवुड निर्माता चार्ल्स रोवेन जैसे बड़े नाम शामिल थे।
नमित ने कहा, “हम एक ऐसी कहानी बना रहे हैं जो भारत से निकलकर पूरी दुनिया तक पहुंचे। हमारी कोशिश है कि रामायण की आत्मा बनी रहे, लेकिन तकनीक की मदद से इसे हर भाषा में स्थानीय महसूस कराया जाए।”
आमिर खान ने भी इस सोच का समर्थन करते हुए कहा कि भारतीय कहानियों में गहराई है, लेकिन भाषा की दीवारें उन्हें सीमित कर देती हैं। मल्होत्रा ने समझाया कि अमेरिकी फिल्में पूरी दुनिया में इसलिए चलती हैं क्योंकि भाषा उनके लिए कभी रुकावट नहीं बनी। उन्होंने कहा, “अगर हमारी कहानियाँ दुनिया तक पहुंचनी हैं, तो हमें इस भाषा की बाधा को पार करना होगा — और यही हम करने जा रहे हैं।”
रामायण को नितेश तिवारी निर्देशित कर रहे हैं और इसमें रणबीर कपूर, यश, साईं पल्लवी, सनी देओल और अन्य कई बड़े सितारे नजर आएंगे। यह फिल्म सिर्फ एक पौराणिक कथा नहीं, बल्कि भारत और दुनिया के बीच एक सांस्कृतिक पुल बनेगी।
AI तकनीक के ज़रिए रामायण अब न सिर्फ दुनिया तक पहुंचेगी, बल्कि उनकी भाषा में भी बोलेगी — अपनी आत्मा को बनाए रखते हुए।